Boycott Turkey Apple – what next ?






भारत में तुर्की उत्पादों का बहिष्कार: कारण, प्रभाव और भारतीय विकल्प | 2025 अपडेट



भारत में तुर्की उत्पादों का बहिष्कार: कारण, प्रभाव और विकल्प

(14 मई, 2025 की स्थिति पर आधारित विशेष रिपोर्ट)

परिचय: क्यों हो रहा है तुर्की का बहिष्कार?

भारत और तुर्की के बीच हालिया तनाव, खासकर ऑपरेशन सिंधूर के बाद, तुर्की द्वारा पाकिस्तान को समर्थन दिए जाने के कारण और अधिक गहराया है। इस राजनीतिक पृष्ठभूमि में भारतीय नागरिकों और व्यापारियों द्वारा तुर्की के उत्पादों, पर्यटन और ब्रांड्स का बहिष्कार शुरू हो गया है।

तुर्की से आयातित प्रमुख उत्पाद

वर्ग तुर्की उत्पाद 2023-24 आयात मूल्य (USD में)
फल सेब, अंजीर, अंगूर, चेरी, हेज़लनट्स $220 मिलियन+
वस्त्र टेक्सटाइल, कालीन, उच्च गुणवत्ता के कपड़े $500 मिलियन+
रसायन औद्योगिक रसायन, जैव रसायन $750 मिलियन+
गहने और हस्तशिल्प परंपरागत कालीन, कीमती पत्थर $132 मिलियन

स्रोत: IBEF – India Turkey Trade

भारत में तुर्की बहिष्कार की मुख्य घटनाएं

  • EaseMyTrip और Cox & Kings ने तुर्की की बुकिंग रद्द की। NDTV Profit
  • पुणे के व्यापारी तुर्की सेब की जगह हिमाचल और ईरान से सेब मंगा रहे हैं। Firstpost
  • हर्ष गोयनका और रुपाली गांगुली जैसी हस्तियों ने बहिष्कार का समर्थन किया। Business Today

तुर्की बनाम भारत: कौन बेहतर विकल्प?

श्रेणी तुर्की उत्पाद भारतीय विकल्प फायदा
फल तुर्की सेब, अंजीर हिमाचल, कश्मीर से सेब स्थानीय कृषि को बढ़ावा
वस्त्र कालीन, फैब्रिक रेमंड, अरविंद, खादी आत्मनिर्भरता, रोजगार
हस्तशिल्प तुर्की कालीन जयपुरी कालीन, बंगाली टेराकोटा संस्कृति संरक्षण
पर्यटन इस्तांबुल, कप्पाडोसिया केरल, लेह, राजस्थान देशी पर्यटन को बढ़ावा

भारत और तुर्की पर संभावित प्रभाव

भारत पर:

  • लघु अवधि में कीमतें बढ़ सकती हैं
  • स्थानीय उद्योग को नया बाज़ार
  • नई आपूर्ति श्रृंखला की आवश्यकता

तुर्की पर:

  • पर्यटन आय में गिरावट ($400 मिलियन)
  • व्यापार घाटा बढ़ सकता है
  • राजनीतिक दबाव में वृद्धि

स्रोत: Market.us

उपभोक्ताओं के लिए सुझाव

  1. फल: हिमाचल, उत्तराखंड के सेब लें।
  2. वस्त्र: Raymond, Arvind, Khadi जैसे ब्रांड का उपयोग करें।
  3. हस्तशिल्प: जयपुर, बंगाल, ओडिशा के उत्पाद चुनें। Etsy India

14 मई, 2025 को “Boycott Turkey” सर्च में तेज़ उछाल देखा गया। X (Twitter) पर यह ट्रेंड कर रहा है।

FAQs (अक्सर पूछे गए प्रश्न)

1. भारत तुर्की का बहिष्कार क्यों कर रहा है?

तुर्की द्वारा पाकिस्तान को समर्थन देने के कारण।

2. कौन-कौन से तुर्की उत्पाद प्रभावित हुए हैं?

सेब, वस्त्र, रसायन, पर्यटन आदि।

3. क्या यह बहिष्कार स्थायी रहेगा?

यह भारत-तुर्की संबंधों पर निर्भर करेगा।

4. क्या भारत के पास विकल्प हैं?

हाँ, और वे बेहतर गुणवत्ता व आत्मनिर्भरता के प्रतीक हैं।

निष्कर्ष

तुर्की उत्पादों का बहिष्कार केवल एक राजनीतिक प्रतिक्रिया नहीं बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। यह उपभोक्ताओं को जागरूक बनाता है और देशी व्यापार को बढ़ावा देता है।


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